✍️महेंद्र कुमार वर्मा
जरा सी बात पे गुस्सा बहुत दिखाते हैं ,
उनके गुस्से पे हम प्यार ही जताते हैं।
उनसे मिलके यही जिंदगी में जाना है ,
प्यारे जिंदगी में गम ख़ुशी के खाते हैं।
मेरे दिल में गहरे जख्म हैं बहुत लेकिन ,
उनकी सूरत देख के लब मुस्कुराते हैं।
उनके आने की आहट धड़काती है दिल ,
मगर वो बेरुखी से ''धीर'' गुजर जाते हैं।
मेरी हर आरजू दिल से मिटाने वाले ,
तू तो पत्थर की बनी है सब बताते हैं।
वाघोली ,पुणे [महाराष्ट्र]
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