

तुम नहीं भेजे गये हो छटपटाने के लिए। तुम जहां में आये हो बस मुस्कुराने के लिए। किस तरह दूरी सनम से हो बताओ कम ज़रा, ज़ेब में कुछ माल तो हो …
बुज़ुर्ग नहीं ये बरगद हैं विशाल और स्नेहिल इनका मन है इनकी छाँव में आपको सुकून मिलेगा क्योंकि इनके पास अनुभव और आशीष का असीम धन है। इनके होने से घरों…
रेडियो पर बजते गीतों की कल्पना,राग,संगीत के साथ गायन की मधुरता कानों में मिश्री घोलती साथ ही साथ मन को प्रभावित भी करती है। गीतों का इतिहास भी काफी प…
याद तुम्हारी आदम कद फिर घर में आई है। सजा रही बिखरी चीजों को पुनः करीने से किया व्यवस्थित कमरे को दी गंध पसीने से ग़ज़ल दाग़ की, ग़ज़ल मीर की जैसे गाई…
अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस, 2 अक्टूबर, 2023 पर विशेष अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सभी देशों और लोगों…
महात्मा गांधी को विद्यार्थियों से मिलना-जुलना और उनसे बातें करना पसंद था। वे स्कूलों, कॉलेजों और विश्व विद्लायों में भी अक्सर जाते थे। वे एक बार मास्…
अब गाँधी के वेश में मुस्टण्डा होगा जेब में कट्टा औ' हाथ में डण्डा होगा। कई जगहों पे होंगे उसके काले धंधे चोरों का राजा,तस्कर का पण्डा होगा। होगा …
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