

उज्जैन। बाल कल्याण एवं बाल साहित्य केंद्र के तत्वावधान में भोपाल के गांधी भवन सभागार में संस्था के 16वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित बाल साहित्यका…
उज्जैन। बच्चे हो, युवा हो या बुजुर्ग हो, प्रत्येक पीढ़ी तनाव से गुजर रही है। जीवन से प्रेम तत्व का लोप होता जा रहा है। इस संघर्षपूर्ण जीवन में हर कोई…
एक पूरा दिन नर्मदा तट पर मैं कैसा पवित्र वातावरण है माँ नर्मदा का जिसमें कभी देवराज इंद्र ने अपने पित्रों का तर्पण किया, जहाँ हाथ जोड़े पंक्तिबद्ध थे…
उज्जैन। भारतीय संविधान वसुधैव कुटुंबकम् की महान संस्कृति की भावना से परिपूर्ण है। हमारे देश में विभिन्न धर्म, जाति ,संप्रदाय के लोग रहते हैं और हमारा…
धूल शीर्ष पर जाये साधो, सब ऊँचाई धूल से नीचे धूल हमें समझाये साधो उड़ आँखों में गिरे अचानक अँधेरा कर जाये साधो चक्रवात में मिल जाय…
आज नहीं तो कल निखरेगा, जीवन का हर पल निखरेगा। फैल रहा जग में प्रदूषण, जाग गये तो सब सुधरेगा। सत्य का परचम फहरा तो, झूठ पुलिंदा तृण तृण बिखरेगा। ज़ख़्…
रतलाम। अपने मस्तिष्क से सारे विचारों को उखाड़ फेंको और भीतर दृष्टि डालो। वहां प्रभु बैठे हैं। उनके लिए हृदय के सारे द्वार खोल दो और केवल प्रभु को अपन…
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