Subscribe Us

सभी को सुनाते रहेंगे



*हमीद कानपुरी


सभी   को     सुनाते    रहेंगे।

नये   गीत      गाते      रहेंगे।

 

रिवायत      निभाते     रहेंगे।

भला   कह    बुलाते    रहेंगे।

 

करेंगे     सदा    ही    भलाई,

बुराई         हटाते        रहेंगे।

 

जुदा जो  ग़लत  फहमियों से,

गले   हम     मिलाते     रहेंगे।

 

रखेंगे   चमन को  चमन हम,

नये    गुल‌    खिलाते   रहेंगे।

 

शिकायत अगर है किसी को,

शिकायत     मिटाते     रहेंगे।

 

शराफत  है  पहचान  अपनी,

शराफत     दिखाते     रहेंगे।

 

विदाई   तुम्हारी   है   रस्मन,

बुलाते       चलाते      रहेंगे।

 

बुराई   से नफ़रत   जिन्हें है,

वो  रावण    जलाते    रहेंगे।

*अब्दुल हमीद इदरीसी, मीरपुर कैण्ट कानपुर

 


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.comयूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ