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राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा युवा कवि सम्मेलन आयोजित




कटक । राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के जन्मदिवस के अवसर पर टेकनिया इंस्टीट्यूट, रोहिणी के सभागार में भव्य युवा कवि सम्मेलन संपन्न हुआ। प्रतिवर्ष की भाँति आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से चयनित बारह युवा कवि-कवयित्रियों ने सराहनीय और प्रभावी काव्य पाठ कर सबका मन मोह लिया।

माता सरस्वती के पूजन एवं दीप प्रज्वलन के पश्चात कार्यक्रम के प्रथम चरण में ओज के वरिष्ठ कवि डॉ. हरिओम पवार, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, कॉन्टिनेंटल ग्रुप के चेयरमैन श्याम सुंदर अग्रवाल, अग्रवाल पैकर्स मूवर्स लिमिटेड के चेयरमैन रमेश अग्रवाल, म. अग्रसेन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. नंदकिशोर गर्ग, म. अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष विनीत गुप्ता, अग्रसेन इंटरनेशनल हॉस्पिटल के अध्यक्ष ज्ञान अग्रवाल, राष्ट्रीय कवि संगम के वित्त-सलाहकार संजीव गोयल, दिल्ली भाजपा कोषाध्यक्ष सतीश गर्ग, विश्व-विख्यात जादूगर सम्राट शंकर, राष्ट्रीय कवि संगम की ट्रस्टी श्रीमती सावित्री मलिक, महामंत्री डॉ अशोक बत्रा, सह महामंत्री महेश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय सलाहकार राजेश चेतन एवं अनिल अग्रवंशी, कोषाध्यक्ष ईश्वर मित्तल, वित्त सचिव अश्विनी अग्रवाल, राष्ट्रीय मंत्री योगेंद्र शर्मा व सुदीप भोला, दिल्ली प्रदेश के संरक्षक प्रवीण शुक्ला, रसिक गुप्ता एवं विनोद मंगला, अध्यक्ष भुवनेश सिंगल, महामंत्री पी.के. आजाद, कोषाध्यक्ष तपस अग्रवाल, दिल्ली विश्वविद्यालय संयोजक धरम सिंह सहित अनेक प्रतिष्ठित विभूतियों ने जगदीश मित्तल को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देते हुए उनके स्वस्थ, मंगलमय, समाजोपयोगी, दीर्घायु जीवन हेतु शुभकामनाएँ प्रदान की।

राष्ट्रीय संरक्षक स्वामी चिदानंद जी सरस्वती, परमाध्यक्ष परमार्थ-निकेतन ऋषिकेश द्वारा अपने संदेश में राष्ट्रीय कवि संगम के कार्यों एवं 'संत जगदीश परमार्थी' की बातें करते हुए जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएँ तथा बधाई प्रेषित कर पर्यावरण रक्षा हेतु राष्ट्रीय कवि संगम के कार्यक्रमों में बृक्षारोपण हेतु मार्गदर्शक सुझाव दिए।


राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने मित्तल जी के कार्य को राष्ट्रीय जागरण की श्रृंखला हेतु महत्वपूर्ण बताते हुए देश का नाम इंडिया के बदले भारत होने का वातावरण बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की और अपनी ओर से राष्ट्रीय कवि संगम के कार्यों में हर संभव सहयोग देने का संकल्प दोहराया। डॉ. हरिओम पवार ने उन्हें संत जगदीश परमार्थी के नाम से संबोधित किए जाने की पूर्व-घोषणा को दोहराते हुए कहा कि कवि न होते हुए भी कविता के माध्यम से राष्ट्र-जागरण का कार्य तथा विशेष रूप से नवोदित कवियों के लिए अवसर प्रदान करने का जो कार्य किया है, वह अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है। रमेश अग्रवाल ने अपने संस्मरण बताते हुए जगदीश मित्तल के संरक्षण को अपनी व्यक्तिगत प्रगति का आधार बताया तथा राष्ट्रीय कवि संगम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

डॉ. नंदकिशोर गर्ग द्वारा राष्ट्रीय कवि संगम के कार्य को राष्ट्र के उत्थान हेतु आवश्यक एवं उपयोगी बताते हुए हर संभव योगदान देते रहने का वचन दोहराया। विश्व-विभाग के प्रभारी राष्ट्रीय मंत्री सुदीप भोला ने अपनी वर्तमान उपलब्धियों का श्रेय मित्तल जी को देते हुए बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम का कार्य विश्व के बाइस देशों में चल रहा है तथा अन्य देशों में भी विस्तार हो रहा है। इस अवसर पर जादूगर सम्राट शंकर द्वारा अपनी जादू-कला का प्रदर्शन भी मंच पर किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा रमेश अग्रवाल, संस्थापक ट्रस्टी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत करने की घोषणा की गई।


कार्यक्रम के द्वितीय चरण में आयोजित युवा कवियों का कवि सम्मेलन (दस्तक नई पीढ़ी की) संपन्न हुआ, जिसमें रायपुर छत्तीसगढ़ से इशान शर्मा, फ़रीदाबाद हरियाणा से पुनीत पांचाल, पीलीभीत ब्रज से सरोज सरगम, दिल्ली से प्रशांत गुप्ता, कटक उड़ीसा से निहारिका सिंघी, बांदा बुंदेलखंड से सौम्या श्रीवास्तव, लोहरदगा झारखंड से आकाश गिरी, प्रयागराज से राष्ट्रीय कवि संगम काशी प्रांत के अध्यक्ष अटल नारायण, रीवा विन्ध्य से आशीष तिवारी, इंदौर मालवा से गोपाल गर्वित, बेगुसराय बिहार से निलेश नित्य औऱ नाथद्वारा राजस्थान से गौरव पालीवाल द्वारा प्रभावी, संदेश परक और राष्ट्र जागरण धर्म हमारा की भावना पर आधारित काव्य पाठ किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे दिल्ली के दास आरुही आनंद को इस वर्ष के 'जगदीश मित्तल काव्य पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। लगभग पाँच घंटे तक चले इस कार्यक्रम में दर्शकों से खचाखच भरे सभागार में तालियाँ गूँजती रही और सभी उपस्थित लोगों ने इस अभूतपूर्व कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया।

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