प्रशान्त शर्मा
अजब रंग का हाल ये देखो ,
हरा हो रहा लाल ये देखो ।
अरसों बाद लौटा फागुन ,
खूब मचा धमाल ये देखो ।
गली-गली रंगदार मचलते ,
कैसा करते बबाल ये देखो ।
रंग -रंग का युद्ध छिड़ा है ,
रंगों ने बदली चाल ये देखो ।
रंग -बिरंगी धारें चलती ,
रंग -बिरंगी ढाल ये देखो ।
रंग -बिरंगी बंदूकें सबकी ,
सीने करती लाल ये देखो ।
गांव खेत से उड़कर आती ,
सड़कों छाती गुलाल ये देखो ।
बड़ा भयंकर मेला उपजा ,
मेले में खोते लाल ये देखो ।
अपने भिड़ते अपनों से कैसे,
सबका बिगड़ा हाल ये देखो ।
रंग- रंग में बंटे सहोदर ,
जाने किसकी चाल ये देखो ।
रंग- रंग को बांटा किसने ,
सबसे बड़ा सवाल ये देखो ।
रंगों में से कई रंग निकलते ,
कैसा हुआ कमाल ये देखो ।
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