पुखराज पथिक
पापा है तो इस दुनियां में सबसे वारे न्यारे है,
संघर्षों में जीवन बीता दुःख से कभी न हारे वो ,
मेरे जीवन की कश्ती के केवल वही किनारे है ।
हाथ पकड़ मुझे ले जाते चलना मुझे सिखाते,
हर बच्चे के सच्चे अच्छे पापा सही सहारे है ।
पापा है तो सभी खुशी है मांग भरे माँ हर दिन ,
पापा मेरे सूरज चन्दा लगते भले सितारे है ।
काम न आएं कोई जग में पापा यह बतलाते ,
सच बोले पुखराज सुनो पापा एक हमारे है ।
घुटना दुखे या गरदन कांधे पर वह बिठाते ,
सारी खुशियां होती घर में दिखते रोज नजारें है ।
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