म.प्र. साहित्य अकादमी भोपाल द्वारा नारदमुनि पुरस्कार से अलंकृत

मुझ पर कभी यूँ प्यार की बरसात कर



*आयुष गुप्ता

 

मुझ पर कभी यूँ प्यार की बरसात कर,

मुझसे लगा के दिल कभी तू बात कर।

 

आसान अपना रब्त भी तो हो कभी,

ऐसे कभी तो इश्क़ में हालात कर।

 

तू ने हराया इश्क़ में मुझको सदा,

तू उन रक़ीबों की कभी तो मात कर।

 

ये इश्क़ हैं, इक शख्स से होगा नहीं,

मेरी तरह तू भी कभी जज़्बात कर।

 

तस्वीर से तेरी यही बस मैं कहूँ,

कोई नहीं इस वक़्त, मुझसे बात कर।

*उज्जैन(म.प्र)

 


अपने विचार/रचना आप भी हमें मेल कर सकते है- shabdpravah.ujjain@gmail.com पर।


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.com


यूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ