Subscribe Us

विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण हुआ



नए इरादों और नई सोच से परिवर्तन आता है - आई जी राकेश गुप्ता 



उज्जैन। यह समय नई सोच और नवाचार का है। युवाओं में अपार ऊर्जा होती है। नए कामों में हिस्सेदारी कर युवजन प्रगति कर सकते हैं। भारत, यूएसए सहित कई देशों में जो कुछ नया हो रहा है, वह युवाओं की रचनात्मक सोच से ही सम्भव हुआ है। नए इरादों और नई सोच से परिवर्तन आता है। युवा वर्ग सदैव नया करने का सोचे। युवा नई - नई विधाओं में आगे बढ़ने का सोचें। युवाओं के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। व्यक्तित्व विकास के लिए युवा उत्सव जैसे आयोजन अत्यंत महत्त्वपूर्ण होते हैं। कॅरियर के विकास में इस प्रकार की विधाओं में भागीदारी उपयोगी सिद्ध होती है। 


ये उद्गार विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह अवसर पर मुख्य अतिथि उज्जैन रेंज के आईजी श्री राकेश कुमार गुप्ता ने स्वर्ण जयंती सभागार में व्यक्त किए।


अध्यक्षीय उद्बोधन में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बालकृष्ण शर्मा ने कहा कि कोई भी प्रस्तुति बिना साधना के सफल नहीं हो सकती है। युवजन आगे भी अपने श्रेष्ठ का प्रदर्शन करेंगे। जितना कुछ हम कर पा रहे हैं, उससे बेहतर करने का अवसर तलाशें। बार - बार प्रयत्न करने से सफलता जरूर मिलती है। युवा अपने जीवन का कोई न कोई लक्ष्य अवश्य बनाएँ। सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य के प्रति निष्ठा जरूरी है। 



अतिथि स्वागत कुलसचिव डॉ डी के बग्गा, युवा उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो शुभा जैन, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ रामकुमार अहिरवार, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, पूर्व डीएसडब्ल्यू डॉ राकेश ढंड, प्रो प्रवीण गुप्ता, प्रो प्रेमलता चुटैल, प्रो गीता नायक सहित विभिन्न समितियों के संयोजकों और सदस्यों ने किया।


समापन दिवस पर प्रातः से दोपहर तक सांस्कृतिक, साहित्यिक और रूपांकन वर्ग की विधाओं में विद्यार्थियों ने अपने कौशल और प्रतिभा का परिचय दिया। इस आयोजन में विक्रम परिक्षेत्र के लगभग साढ़े तीन सौ से अधिक प्रतिभागियों और संस्कृतिकर्मियों ने भाग लिया। विभिन्न विधाओं में विजेता रहे प्रतिभागियों को अतिथियों ने पुरस्कार वितरित किए।


आयोजन का संचालन डॉ प्रीति पांडे और डॉ अंजना गौर ने किया। आभार विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ रामकुमार अहिरवार ने माना।




 






















शब्द प्रवाह में प्रकाशित आलेख/रचना/समाचार पर आपकी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया का स्वागत है-


अपने विचार भेजने के लिए मेल करे- shabdpravah.ujjain@gmail.com


या whatsapp करे 09406649733







एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ