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बेंगलूरु की साहित्यिक संस्था ‘शब्द’ द्वारा पुरस्कारों के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित


बेंगलूरु । हिंदी रचनाकारों की प्रसिद्ध संस्था ‘शब्द’ ने उत्कृष्ट साहित्य लेखन तथा हिंदी के संवर्द्धन के लिए शुरू किए गए अपने दो वार्षिक पुरस्कारों के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित की है । इनमें पहला पुरस्कार एक लाख रुपए का “अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान” है, जिसे देश के किन्हीं एक मूर्द्धन्य साहित्यकार को दिया जाता है । दूसरा पुरस्कार पच्चीस हजार रुपए का “दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान” है, जिसे दक्षिण भारत में हिंदी भाषा और साहित्य के संवर्द्धन में उल्लेखनीय योगदान के लिए किन्हीं एक विशिष्ट हिंदी सेवी को प्रदान किया जाता है । यह जानकारी ‘शब्द’ साहित्यिक संस्था, बेंगलूरु के अध्यक्ष डॉ श्रीनारायण समीर ने आज जारी एक प्रेस-विज्ञप्ति में दी ।

“अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान - 2025” के लिए योग्य रचनाकार का चयन देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों / संपादकों / विद्वानों / प्रकाशन संस्थानों के द्वारा अनुशंसित रचनाकारों के साहित्यिक अवदान तथा विगत 3 वर्षों (2022 से 2024) में प्रकाशित उनकी कृतियों के पारदर्शी मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा । प्रस्तावित प्रविष्टि में रचनाकार का नाम और संपर्क पता (मोबाइल नंबर, मेल आईडी सहित), विगत 3 वर्षों में प्रकाशित पुस्तक का विवरण और उसकी विशेषता (प्रकाशक का नाम और पता, मोबाइल / फोन / मेल आई डी सहित) तथा रचनाकार के समग्र अवदान का संक्षिप्त विवरण (अधिकतम 200 शब्दों में ) अपेक्षित होगा । प्रविष्टि के साथ संबंधित पुस्तक की 4 प्रतियाँ भेजना जरूरी होगी ।

“दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान - 2025” के लिए योग्य हिंदी सेवी का चयन दक्षिण भारत में रहने वाले हिंदी सेवियों / सर्जकों के बीच से किया जाएगा । यह चयन दक्षिण भारत के प्रतिष्ठित साहित्यकारों / संपादकों / विद्वानों / सार्वजनिक जीवन के प्रतिष्ठित नागरिकों के द्वारा अनुशंसित नामों में से किया जाएगा । इसका आधार हिंदी के विकास एवं संवर्द्धन में संबंधित का अवदान तथा विगत वर्षों में उनकी उपलब्धियों का पारदर्शी मूल्यांकन होगा ।

अनुशंसा - प्रविष्टियाँ अध्यक्ष : शब्द, बी - 8 / 403, श्रीराम स्पंदन, चेलघट्टा, बेंगलूरु- 560037 मोबा. 9868202025 के पते पर आगामी 30 जून, 2025 से पूर्व भेजी जा सकती है।

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