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दो दिवसीय राज्य स्तरीय विशंति शालेय कालिदास समारोह का शुभारम्भ





कालिदास समारोह में कला और संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिलेगा -प्रभारी मंत्री 


 


उज्जैन 07 नवम्बर। गुरूवार को लोकशिक्षण संचालनालय स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिवर्ष के अनुसार महाकाल प्रवचन हॉल में दो दिवसीय राज्य स्तरीय विशंति शालेय कालिदास समारोह प्रारम्भ किया गया। 


समारोह का शुभारम्भ लोक निर्माण एवं पर्यावरण और जिले के प्रभारी मंत्री श्री सज्जनसिंह वर्मा ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.पंकज लक्ष्मण जानी ने की।


शुभारम्भ समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक घट्टिया श्री रामलाल मालवीय, विधायक बड़नगर श्री मुरली मोरवाल, विधायक उज्जैन दक्षिण डॉ.मोहन यादव, विधायक तराना श्री महेश परमार, विधायक नागदा-खाचरौद श्री दिलीप गुर्जर, श्री बटुकशंकर जोशी, श्री कमल पटेल, श्री रवि शुक्ला, श्री जितेन्द्र मंडोरा, श्री दिवाकर नातू, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ किया गया। 


शासकीय उमावि के छात्र-छात्राओं द्वारा गीत के माध्यम से मां सरस्वती की वन्दना की गई। इसके पश्चात सुश्री शैफाली चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में छात्राओं द्वारा गणेश वन्दना और शिव वन्दना की गई। संयुक्त संचालक लोकशिक्षण संचालनालय और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अतिथियों को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री श्री वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि हमारे प्रदेश में कला और संस्कृति की राजधानी उज्जैन नगरी है। कालिदास समारोह में कला और संस्कृति का अनोखा संगम हमें यहां देखने को मिलेगा। मंत्री श्री वर्मा ने समारोह में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये नृत्य की प्रशंसा की। 


उन्होंने कहा कि कालिदास समारोह के माध्यम से हम स्थानीय कलाकारों को एक मंच देकर प्रोत्साहन देने का कार्य कर रहे हैं। प्रदेश की संस्कृति की रक्षा और परम्पराओं को आगे बढ़ाने के लिये मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की सरकार दृढ़ संकल्पित है। हमारे प्रदेश में विभिन्न क्षेत्र हैं, जहां विभिन्न संस्कृतियां हैं। इन्हें हमें हमेशा बरकरार रखना है। संस्कृति, कला और परम्पराओं की बात यदि की जाये तो उज्जैन का नाम पूरे विश्व में विशेष रूप से लिया जाता है। यहां बिना भगवान शिव की आराधना के कोई काम प्रारम्भ नहीं होता, हम उस धरा पर जी रहे हैं। यह हम सबके लिये गौरव का विषय है। 


प्रभारी मंत्री ने कालिदास समारोह में शिरकत करने आये सभी अतिथियों का अभिवादन किया और समारोह के गौरवपूर्ण आयोजन की मंगल कामना की।


सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने इस अवसर पर कहा कि यह 20वा राज्य स्तरीय विशंति शालेय कालिदास समारोह आयोजित किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिस तरह से यह आयोजन किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। उज्जैन का इतिहास गौरवशाली रहा है। इस तरह के आयोजन से यहां की संस्कृति और कला देश के कोने-कोने तक पहुंचेगी। श्री फिरोजिया ने समारोह के आयोजन हेतु अपनी शुभकामनाएं दी।


कार्यक्रम का संचालन श्री संदीप नाडकर्णी ने किया। 


उल्लेखनीय है कि राज्य स्तरीय विशंति शालेय कालिदास समारोह शनिवार 9 नवम्बर तक आयोजित किया जायेगा।


शुभारम्भ समारोह के पश्चात दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक कनिष्ट वर्ग की नृत्य नाटिका आयोजित की गई।


शुक्रवार 8 नवम्बर को कनिष्ट एवं वरिष्ठ वर्ग का श्लोकपाठ प्रात: 9 बजे से 11 बजे तक किया जायेगा। इसके बाद वरिष्ठ वर्ग के अन्तर्गत प्रात: 11 बजे से शाम 6 बजे तक नृत्य नाटिका आयोजित की जायेगी। इसके साथ ही कनिष्ट वर्ग और वरिष्ठ वर्ग की चित्रांकन प्रतियोगिता भी इसी समय पर आयोजित की जायेगी।








 
























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