-डा. चंद्रा सायता
म से मां बोलो
नये रूप बनाओ
गिरहें गोलो।
मां में ममता
हर जीव के लिये
प्रभु जगाता
चैट लगे तो
शिशु रोए बिलखे
हो दर्द मां को।
आसमां छूना
मातृ चरण रज ले
जग जीतना।
कैकयी नाम
हीनबुद्धी मंथरा
का था वो काम।
मां की तपस्या
ध्यान रख करिये
माता की रक्षा।
मूर्ति दया की
करे सबके कष्ट
अपने नाम।
मां की परीक्षा
घर, कुटुंब, जग
के लिये गीता।
*डा. चंद्रा सायता,19श्रीनगर कालोनी ,मेन,इंदौर 452018,Mob.9329631619
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