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युगधारा उदयपुर के धींग स्मृति पुरस्कारों की घोषणा

बम्बोरा। साहित्यिक संस्था युगधारा (उदयपुर) के अंतर्गत दिये जाने वाले वर्ष 2020 के धींग पुरस्कारों की घोषणा पिछले दिनों की गई। कन्हैयालाल धींग राजस्थानी पुरस्कार के लिए शिवदानसिंह जोलावास एवं उमरावदेवी धींग साहित्योदय पुरस्कार के लिए महेन्द्रकुमार साहू का चयन किया गया है। साहित्यकार डॉ. दिलीप धींग के माता-पिता की स्मृति में ये दोनों ही वार्षिक सम्मान वर्ष 2005 एवं 2017 से निरंतर प्रदान किये जा रहे हैं। युगधारा अध्यक्ष अशोक मंथन ने बताया कि कन्हैयालाल धींग पुरस्कार राजस्थानी भाषा, साहित्य और संस्कृति के विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। जोलावास की राजस्थानी में बंदरवाळ (पद्य), सही री आंण (नाटक), सांकळ (अनुवाद) आदि कृतियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं। राजस्थानी मोट्यार परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष जोलावास विगत दो दशक से राजस्थानी के लिए सक्रिय हैं। युगधारा के संस्थापक डॉ. ज्योतिपुंज ने बताया कि उमरावदेवी धींग साहित्योदय पुरस्कार युवा श्रेणी में नवसृजन के लिए दिया जाता है। साहू की हिन्दी व राजस्थानी में लिखित रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित व आकाशवाणी से प्रसारित हुई हैं। प्रत्येक पुरस्कार के अंतर्गत प्रशस्ति-पत्र, रु. 4000/- की सम्मान-राशि, मेवाड़ी पाग, शॉल, मुक्ताहार, श्रीफल, साहित्य आदि प्रदान किये जाते हैं। 
पूर्व में ये सम्मान विपिन जारोली, हरमन चौहान, पं. नरोत्तम व्यास, भवदत्त महता, डॉ. नीता कोठारी, संदीप सृजन, किरणबाला जीनगर, सतीश आचार्य, पुरुषोत्तम पल्लव, भवानीशंकर गौड़, मनमोहन मधुकर, तारा दीक्षित, पुष्कर गुप्तेश्वर, मनोहर श्रीमाली, डॉ. करुणा दशोरा, रामदयाल मेहरा सहित 17 सृजकों को दिये जा चुके हैं। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2019 के लिए कवि हिम्मतसिंह उज्ज्वल को कन्हैयालाल धींग राजस्थानी पुरस्कार एवं विजय मारु को उमरावदेवी धींग साहित्योदय पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा पहले की जा चुकी है, लेकिन कोविड-19 के कारण समारोह नहीं किया जा सका। वर्ष 2019 और 2020 का संयुक्त पुरस्कार समारोह जल्दी ही आयोजित किया जाएगा।

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