✍️नीलम तोलानी
तू कहे तो नाम तेरे एक कहानी लिख दूँ आज,
याद में तेरी बहे जो,खारा पानी लिख दूँ आज।
आज कह दे दास्तां वो, है तलब सी सुनने की,
तू करे पूरी तमन्ना आसमानी लिख दूँ आज।
जो करे इकरार तू भी ,इश्क़ तुमसे है मुझे,
मद भरे मेरे लबों की मेजबानी लिख दूँ आज।
हुस्न भी है इश्क़ भी है,है कमी इकरार की,
जो मिली कतरो में मुझको जिंदगानी लिख दूँ आज।
गम में मेरे जो पली थी, हौसलों की चाह सी,
साथ मेरे जो रही,तेरी निशानी लिख दूँ आज।
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