✍️शिवकुमार दुबे
विघ्न विनाशक प्रथम कार्यसिद्धि
के सूत्रधार
प्रणाम करता तुम्हे
हर मानव बारम्बार
बुद्धि के रक्षित प्रभु
प्रवाहित कर दो ऐसी चेतना
ताकि आकाश से उतरा
हर मानव देवदूत नजर आए
जहाँ मानव को मानव से
जोड़ने की आशा हो
ऐसी बुद्धि का दीप
प्रज्ज्वलित कर दो
हे। प्रभु प्रकाशित कर दो
मस्तिष्क की चेतना को
ताकि बुद्धि कभी दम्भित
होकर क्रूर न बन जाये
आशाओं की किरणों में
ऐसा विचार भर दो
ताकि इच्छाएं कभी भ्रमित
होकर वासनाओं में न फस जाए
हे। विघ्न विनाशक हमारे भीतर
ऐसे गुणों को कर दो समाहित
ताकि हम बैर से दूर होकर
भाईचारे की भावना से
परस्पर गले मिलाये
मंगलमयी जीवनज्योति जले
प्रभु ऐसी राह दिखाना
*इंदौर
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