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हर्षित रहना बहिना



✍️साकेत सुमन चतुर्वेदी

जहाँ रहे तू सदा सुखों से हर्षित रहना बहिना

मेरी आँखों के आँसू का सिर्फ यही है कहना 

 

    जीवन भर  सुख दुख में बहिना 

     तेरी          कमी           रहेगी

     तेरे    बिन   दुनिया में  मन से 

     भैया          कौन         कहेगी 

 

जाने किस किस में तुमको देख रहे हैं नैना 

मेरी आँखो के आँसू का सिर्फ यही है कहना

 

    मेरे    मन   की   रोती   पीड़ा 

    कोई           क्यो      पहचाने

    किसको फुरसत वैभव तजकर 

    भैया          अपना        माने 

 

स्वारथ के झूठे रिश्ते हैं ,थोड़ा प्यार मिले ना

मेरी आँखो के आँसू का , सिर्फ यही है कहना 

 

*झाँसी(उ.प्र.)

 


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