डॉ. नलिन
आधुनिकता का चलन रखना
पूर्वजों की भी कहन रखना
.
साँझ तक मन में सहेजे ही
भोर की शीतल तपन रखना
.
शून्य-सा रखना हृदय निशिदिन
भावनाओं की छुवन रखना
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हाथ जलते हैं , जलें अपने
कर्म में नित नित हवन रखना
.
लौटकर परिवार में मन को
प्रेम में फिर फिर मगन रखना
.
रास्ता अच्छा कठिन होता
पर कठिनता में गमन रखना
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हो कभी मिलना नलिन से तो
मत मुखौटों को पहन रखना
*कोटा,राजस्थान
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