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मौत नहीं, दे जीवन दान मौला सुन



*प्रो. रवि नगाइच


मौत नहीं, दे जीवन दान मौला सुन,
खौफ और दहशत में जान मौला सुन

 

भीषण विपदा से हम बाहर  आएंगे
इरादे  हैं  मजबूत चट्टान मौला सुन

 

हवा हुई जहरीली  पहरे सांसो पर
मौसम आया है बेईमान मौला सुन

 
ना हलचल न मौज किनारे भी चुप हैं
है सात समंदर भी  हैरान मौला सुन

 
जितनी दूर रहोगे अच्छा बचे रहोगे
रोग का ये भी एक निदान मौला सुन

 

बाग का माली है खुशबू का सौदागर 
तितली के पर है अनजान मौला सुन

 

चाहत मिन्नत प्यार इबादत मुश्किल में
कर दे ये सब भी आसान मौला सुन

 

जिस रस्ते पे अक्सर उनका आनाजाना हो
हो उसी गली में मेरा मकान मौला सुन

*प्रो. रवि नगाइच ,उज्जैन(म.प्र.)


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