Subscribe Us

*बात कहो अपनी जमकर















*हमीद कानपुरी


बात  कहो  अपनी  जमकर।

फेंको  लेकिन   मत  पत्थर।

 

जग में  जिनका इक रहबर।

कब  भटके   हैं  वो  दरदर।

 

आपस   में   लड़ना  छोड़ो,

चुन लो अपना  इक रहबर।

 

नीची   कब   परवाज़  रखे,

छूना  है   जिसको  अम्बर।

 

एक   खुदा   है   एक  नबी,

भटको मत  जाकर  दरदर।

 

*हमीद कानपुरी

अब्दुल हमीद इदरीसी

वरिष्ठ प्रबंधक सेवानिवृत्त

पंजाब नेशनल बैंक 

मण्डल कार्यालय ,बिरहाना रोड, कानपुर-208001

 

 















 



साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/ रचनाएँ/ समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखे-  http://shashwatsrijan.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ