म.प्र. साहित्य अकादमी भोपाल द्वारा नारदमुनि पुरस्कार से अलंकृत

प्याज, प्याज, प्याज



*अभिषेक राज शर्मा*







न्यूज चैनल पर प्याज बिक रहा है,

टीवी एंकर कामेडी शो माफ करिये, प्याज की मार पर डिबेट चल रहा था।

समस्त पार्टी के प्रवक्ता बैठकर अपनी बात को रख रहे थे,

एंकर साहब बीच में सुर में सुर मिला रहे है,

पक्ष- प्याज को बदनाम करने के लिये माफ करिये सरकार को बदनाम करने के विपक्ष की साजिश है।

विपक्ष- ये सरासर झूठ है, ये सब आपकी पार्टी करती है, हमारी पार्टी की सरकार को बदनाम करने के लिये ऐसा किया होगा।

पक्ष- बिल्कुल गलत ऐसे आरोप तय करने से पहले अपनी गिरेबान में झांक कर देखो।

एंकर-शांत रहो देश की जनता देख रही है, देखो आप सभी अपने बात को स्पष्ट रखो।

वरिष्ठ पत्रकार ने बीच में बात काटते हुये कहा" सुनो देखिये मेरा जहां तक नजरिया आप सभी यहां महगांई के मुददे पर बैठकर बात करिये।

विपक्ष- हां हम वही करने के लिये आये मगर सरकार को सोचना चाहियें,

गरीब जनता परेशान हो रही 

महगांई बढ़ती जा रहा है।

पक्ष- हां आप की सरकार दूध की धूला हुआ करता था,आप के सरकार में भी प्याज शतक के करीब पहुंच गया मेरे सरकार में आपसे दस रूपया सस्ता है।

वरिष्ठ पत्रकार-जी मैं पिछले 20 साल से देख रहा हूं आप दोनों की पार्टी सत्ता में रहती है मगर किसी ने कभी सुधार की कोशिश नहीं किया।

एंकर को लगा की वरिष्ठ पत्रकार ने बजारी मार लिया तो उन्होंने फटाफट सवाल करना शुरू कर दिया" सुना हूं कि प्याज विदेशों से मंगाया जा रहा है जबकि भारत में प्याज का उत्पादन बहुत अच्छा है।

पक्ष प्रवक्ता- ऐसा कौन बोला यह सब विपक्ष की साजिश है हम विदेशों से प्याज लाकर देश की जनता को सेवा करना चाहते हैं खैर विपक्ष को पसंद नहीं है तो हम क्या करें।

विपक्ष प्रवक्ता-आप बात बात में विपक्ष को क्यों घसीट रहे हो सरकार आपकी है आप जांच करिए जो दोषी हो उसको सजा दीजिए,

वरिष्ठ पत्रकार की तरफ इशारा करते हुए एंकर ने कहा" सर आप ही बताइए इस विषय पर आपकी क्या राय है

क्या प्याज में विपक्ष की साजिश है?

विपक्ष प्रवक्ता-मुझे मालूम है कि यहां पर सरकार के दो प्रवक्ता बैठे हुए हैं।

वरिष्ठ पत्रकार गुस्से में"आपका क्या मतलब है मिस्टर घोसले आप सच्चाई से भाग रहे हो।

एंकर-ओ मिस्टर मुझे पता है कि आप का निशाना किस पर है।

पक्ष प्रवक्ता-आने वाले समय में सारे विपक्षी नेताओं का नया ठिकाना जेल होगा!

वरिष्ठ पत्रकार-हां हां मैं तो 20 साल से सुनता रहा हूं कि सत्ता में हम आए तो विपक्ष जेल में होगा

तभी एंकर पक्ष प्रवक्ता विपक्ष और वरिष्ठ पत्रकार आपस में तू तू मैं मैं करने लगे।

 

अचानक चाचा जी ने चैनल को बदल दिया सोचा बगल में छोटा बच्चा बैठा है शायद वो कार्टून देखेगा।

छोटा बच्चा जोर जोर से रोना शुरू कर दिया बोला "अंकल लगाओ न्यूज़ चैनल वही देखेंगे!!

 

*अभिषेक राज शर्मा, जौनपुर






 





साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/ रचनाएँ/ समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखे-  http://shashwatsrijan.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ