*धर्मेन्द्र बंम*
सबसे प्यारा सबसे न्यारा भारत देश हमारा है
अनेकता मैं है एकता यह संदेह हमारा हैं
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध पारसी भाई
मजहब हैं अनेक यहाँ पर सब आपस मैं हैं भाई
सभी धर्मों का एक सबक हैं मानव मात्र हमारा हैं
सबसे प्यारा सबसे प्यारा सबसे न्यारा भारत देश हमारा हैं
भाषा भिन्न जाति भिन्न हैं भिन्न हैं संस्कार यहाँ
भिन्न है रंगरूप यहाँ पर भिन्न हैं आकार यहाँ
सत्य अहिंसा भाई चारा प्रभु उपदेश हमारा है
सबसे प्यारा सबसे न्यारा भारत देश हमारा है
विश्व में है एक अनोखा यहाँ विराट है लोकतंत्र
हर व्यक्ति है स्वतंत्र यहाँ पर महान हमारा है गणतंत्र
प्राणों से भी प्यारा परचम तिरंगा प्यारा है
सबसे प्यारा सबसे न्यारा भारत देश हमारा है ।
*धर्मेन्द्र बंम नागदा
साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/ रचनाएँ/ समाचार अब नये वेब पोर्टल शाश्वत सृजन पर देखे- http://shashwatsrijan.com
0 टिप्पणियाँ