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नाटक सरकारी-मांस-अंडा शाकाहारी(लेख)


*डॉ अरविन्द जैन*
इसको कहते हैं एक तीर से दो निशान !जी हाँ दिग्विजय सिंह ने अपने पुत्र मंत्री को पात्र लिखा की जान भावनाओं और धरम को देखते हुए आदमपुर में नगर निगम भोपाल  द्वारा निर्मित किया जा रहा बूचड़ खाना का निर्माण नहीं होगा ,उसके लिए अन्य जगह देखी जाएँगी .अब भविष्य में कोई स्थान की जरुरत नहीं पड़ेंगी कारण केंद्र सरकार द्वारा की गई शोध के अनुसार भविष्य  में प्रयोगशाला द्वारा अहिंसा मीट तैयार किया जा रहा हैं और अब पॉलट्री फॉर्म की भी जरुरत नहीं पड़ेगी कारण अब शाकाहारी अण्डों का भी निर्माण                      
                       विज्ञान ने बहुत विकास कर लिया और करता ही जा रहा हैं .नित्य नयी खोज होती जा रही हैं ,कहीं जी. एम्. बीज ,क्लोनिंग बच्चे ,बकरी ,उसके बाद टेस्ट टियूब  बेबी .इसके बाद हमारे आहार पर भी बहुत अधिक आक्रमण हो रहे हैं .हरित क्रांति के कारण उत्पादन बढ़ा और रसायनों के उपयोग से गंभीर  बीमारियां ने घेरना शुरू किया  .उसके बाद श्वेत क्रांति आयी तो दूध की नदियां  बहने लगी और नकली मिलावटी दूध  इतना  मिलने लगा की इतिहास में जैसे दूध की नदियां भारत में बहती थी.इस क्रांति ने भी बहुत अधिक बीमारियों को बढ़ाया .दोनों क्रांतियों ने मनुष्य को जहरीला बना दिया .आज सांप मनुष्य को काटे तो सांप मर जाता हैं .
                             कहते हैं की आवश्यकता ही आविष्कार की जननी हैं .भारत के भाग्य विधाताओं यानी  नेताओं को लगने लगा की हमारा देश आर्थिक रूप से विपन्न हैं और गरीबी नहीं जा रही या हट नहीं पा रही तो उन्होंने पिंक क्रांति  यानी मांस का उत्पादन और निर्यात शुरू की इससे हमारा देश  विश्व में मांस,चमड़ा ,अंडा  मछली  के निर्यात में नंबर  एक पर हैं ,मजेदार बात इससे अरबों ,खरबों रुपयों की आमद होती हैं और बिना किसी जानवर को मारे ! क्या यह संभव हैं ?जी हां हैं और अब तो सरकार अन्न की बचत के लिए घरो घर मांस ,अंडा भेजने की व्यवस्था कर रही हैं ,और मध्यान्ह भोजन में तो कुछ राज्य अंडा दे रहे हैं .यानी अब भविष्य में अहिंसा मीट और शाकाहार अंडा आने वाला हैं .यह सब इसलिए की हमारे देश में कुपोषण हैं उसको दूर करना हैं .
                          यानि मांस अंडा शाकाहारी होगा इससे सरकार के साथ शाकाहारी लोगों को कोई हिचक  नहीं होगी .पहले बिरयानी माँसाहारी समझा जाता था पर अब शाकाहारी बिरयानी मिलने लगा .जैसे हॉट डॉग इसको कभी कभी गरम कुत्ता कह देते तो झगड़ा हो जाता .जैसे पिज़्ज़ा बर्गर आदि   के ऍफ़ सी ,डॉमिनोज,मैक्डोनाल्ड   आदि बेचती हैं जिसमे शुद्ध नॉनवेज होता हैं पर वह शुद्ध सफाई से बनता हैं और कोई कोई कहते हैं की उनका किचिन  भी अलग अलग  होता हैं और बनाने वाला एक होता हैं उससे दोनों प्रकार के आहारियों को सुविधा होती हैं .यानि शाकाहार और मांसाहार का .अहिंसा के घाट पर गाय और शेर एक साथ खाना का रहे हैं .
                              चलो अच्छा हो रहा हैं की अहिंसा मीट और शाकाहार अंडा मिलने से कम से कम मंदिरों में नकली मावा की मिठाई तो प्रसाद के रूप में नहीं देना होगी या पड़ेगी .सरकार द्वारा प्रामाणिक
अहिंसा मीट यानि मांस और अंडा शाकाहारी मिलेगा तो कोई भी परेशानी नहीं होगी और उसकी आड़ में शुद्ध मांस और अंडा भी खपने लगेगा .कारण सब एक से दिखेंगे तब किसी को क्या आपत्ति . और इस बहाने  नकली और असली बिकेगा .
                            अब  तो खुले आम नकली और असली मांस और अंडे की दुकान खुलेंगी जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त रहेंगी .और उसमे जो सस्ता और महंगा होगा उसमे आराम से मिलावट होगी और जन भावनाओं से खिलवाड़ होगा .
                              ये सब अहिंसा प्रेमियों ,और जो पक्के धर्म को पालने वाले हैं उनके साथ धोखा किया जा रहा हैं .भविष्य में इनके क्या क्या दुष्परिणाम होंगे यह कोई नहीं जानता पर हमारे देश में चरित्र और नैतिकता का ह्रास होने से कुछ भी संभवहैं .विज्ञानं की अपनी सीमा हैं और व्यापारियों की असीमित .उनमे धन के पीछे क्या क्या खिला रहे हैं भगवान जाने .
                                      पहली बात मांस अहिंसात्मक नहीं होता और न अंडा शाकाहार होता हैं इसीलिए अहिंसा मांस और शाकाहार अंडा का नामकरण बदला जावें जिससे शाकाहारियों और धर्मभीरु लोग भ्रमित न हो . यह सब नाटक सरकार कुपोषण दूर करने के नाम पर कर रही हैं .यह देश में अहिंसा की शुरुआत हो गयी हैं ,



*डॉ अरविन्द प्रेमचंद जैन, संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104  पेसिफिक ब्लू, नियर डी मार्ट ,होशंगाबाद रोड ,भोपाल 462026  मोबाइल 09425006753 


 


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