इंदौर । गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड धारक इंदौर साहित्य सागर संस्था द्वारा वसंत पंचमी दिनांक 03 फरवरी 2025, सोमवार को परम्परागत 09 वीं माँ सरस्वती की पालकी - यात्रा तथा साहित्यकारों की शोभा -यात्रा द्वय डॉ रमेश प्रसाद शर्मा स्वतंत्र के नेतृत्व तथा संयोजक श्याम बागोरा के संचालन में बैंड,7 बग्धियों के साथ उर्षोल्लासपूर्वक सानंद संपन्न हुई।
प्रातः 9 बजे से गांधी हाल प्रांगण में सुसज्जित पालकी में विराजित माँ सरस्वती की नवीनतम अष्ट धातु की प्रतिमा की पूजन - आरती विधि -विधान से अतिथिवृंद कमशः गोपाल माहेश्वरी, डॉ बनवारीलाल जाजोदिया यथार्थ, डॉ जवाहरलाल गर्ग, त्रिपुरारीलाल शर्मा तथा रामलाल प्रजापति (महू) के साथ उपस्थित समस्त नारी शक्ति तथा साहित्यकारों द्वारा शंख, घंटी, बैंड वाद्य तथा माँ सरस्वती की जय -जयकार पूर्वक की गई ।
पालकी यात्रा सत्र प्रातः 10 बजे गांधीहाल - प्रांगण से विविधरंगों की पुष्प मालाओं से सु - सज्जित पालकी एवं बग्धियों में विराजित कवि, कवयित्री, शाइर, लेखक - लेखिकाएँ, पत्रकार, तथा समग्र कलमकारों के साथ माँ सरस्वती जी की पालकी - यात्रा तथा साहित्यकारों की शोभा - यात्राएँ धूमधामपूर्वक इन्दौर - शहर के प्रमुख मार्गो से होकर राजवाड़ा स्थित देवी अहिल्या उद्यान पहुंची । वहाँ देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण पश्चात शंख, घंटी, बैंड वाद्य संगीत के साथ माँ सरस्वती जी की भव्य अलौकिक दिव्य महा आरती अतिथियों एवं समस्त यात्रार्थियों द्वारा श्रृद्धा-भक्ति तथा आस्था के साथ की गई ।
गांधी हाल तथा राजवाड़ा पर माँ सरस्वती की आरती वरिष्ठ कवि मदनलाल अग्रवाल मधुर के साथ सभी साहित्यकारों ने समवेद स्वर में गान किया । उद्बोधन - सत्र में संस्थाध्यक्ष डॉ स्वतंत्र ने सबका हार्दिक अभिनन्दन किया । माँ शारदा की नवीनतम प्रतिमा संस्था को भेंटकर्ता श्रीमती मंगला मिश्रा, सन् 2017 से सतत 9 वें वर्ष तक प्रसाद वितरण कर्ता श्रीमती कांता अग्रवाल, पालकी यात्रार्थ 2100/- रु संस्था को प्रदानकर्ता डॉ. जवाहरलाल गर्ग का संस्था की और से अतिथियों द्वारा शॉल - पुष्पमालाओं से अभिनंदन किया गया।
विगतवर्ष 14 फरवरी 2024 को निकली पालकी -यात्रा को प्राप्त गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिभागी प्रीतमसिंह ठाकुर ( उज्जैन ) को स-सम्मान सहभागिता का प्रमाण -पत्र भी प्रदान किया गया। डॉ . जवाहरलाल गर्ग, डॉ. जगदीशचंद्र चौरे ( खंडवा ), विनयकुमार नायक (जयपुर ), रामलाल प्रजापति, डॉ. राकेश प्रकाश निगम, डॉ. शशि निगम, डॉ. मनीषा खेड़ेकर, गरिमा बर्वे, मुन्नी गर्ग, प्रबोध मिश्र हितैषी ( बड़वानी ) , तथा सुभाष निगम ने अपने - अपने उदबोधन में संस्था को विश्व कीर्तिमान प्राप्त होने की वैभव अभिव्यक्ति के साथ - साथ इस भव्य - दिव्य सारस्वत आयोजन की अद्भुत, गौरवशाली महिमा का करतल ध्वनियों के साथ वर्णन किया ।
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