ओडिसी नृत्यांगना लिप्सा सत्पथी ने की मनोहारी नृत्य प्रस्तुति, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने की अनेक मनोहारी प्रस्तुतियां
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर रावी का संकल्प- सांस्कृतिक स्वराज कार्यक्रम के अंतर्गत विविधरंगी नृत्य एवं संगीत प्रस्तुतियाँ हुईं। स्पीक मैके संस्था के सहयोग से नई दिल्ली की प्रख्यात नृत्यांगना लिप्सा सत्पथी द्वारा ओडिसी नृत्य की मनोहारी प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा 20 से अधिक प्रस्तुतियां की गईं। प्रारंभ में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन श्री संजय गुप्ता, संभागायुक्त, उज्जैन संभाग, कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज एवं नृत्यांगना लिप्सा सत्पथी ने किया। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रो सत्येंद्र किशोर मिश्रा सहित अनेक विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में पांच तत्वों पर केंद्रित पंचभूतम् नमाम्यहम् की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उसके बाद उन्होंने ओडिसी के शुद्ध नृत्त पल्लवी की प्रस्तुति की। ओडिसी शैली में अभिनय की प्रस्तुति में उन्होंने राधा, कृष्ण एवं सखी के संवाद को मंच पर साकार किया।
कार्यक्रम में कथक भरतनाट्यम का फ्यूज़न अदिति और पाशवी ने प्रस्तुत किया। इसी कड़ी में यश और अंजलि की संयुक्त प्रस्तुति, लाठी चालन, डॉ. नरेंद्र मंडेरिया की एकल प्रस्तुति, छठ पूजा प्रहसन, कलारीपट्टू की प्रस्तुति हुई। इवैंजेलिन चौहान ने एकल गायन किया। विद्यार्थियों ने मैथिली नृत्य, राजस्थानी लोक नृत्य, समूह गीत की प्रस्तुतियां दीं। पाशवी और अंजलि, धारिया दूर्वा द्वारा एकल नृत्य और योग प्रदर्शन ने भी प्रभावित किया। आयोजन में प्रियांशी, शिवन्या, पल्लवी उपाध्याय, काव्या, भावना और तरुण, पल्लवी प्रिया, पृथ्वी, अरुणिका और समूह ने भी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के प्रारम्भ में डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया। विद्यार्थियों द्वारा कुलगान एवं सरस्वती वंदना की गई।
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