चेन्नई। राजस्थान की साहित्यिक संस्था ‘युगधारा’ (उदयपुर) का प्रतिष्ठित उमरावदेवी धींग साहित्योदय पुरस्कार (2023) 17 नवंबर, रविवार को चेन्नई के हाइकू विशेषज्ञ युवा कवि अलंकार आच्छा को प्रदान किया गया। राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु (रजत) और अनुभूति के संयुक्त तत्वावधान में डीजी वैष्णव कॉलेज में आयोजित काव्य अमृत कार्यक्रम में हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार और राजनीतिज्ञ डॉ. उदय प्रताप सिंह, उर्दू के शायर प्रो. वसीम बरेलवी, रजत अध्यक्ष प्रवीण कुमार टाटिया, महासचिव हेमंत दुगड़ और अनुभूति अध्यक्ष गोविंद मुंदड़ा ने अलंकार को माला, शॉल, मेवाड़ी पाग, साहित्य, कलम, स्मृति चिह्न, सम्मान-पत्र और सम्मान राशि प्रदान करके धींग पुरस्कार से अलंकृत किया।
तीनों संस्थाओं के सदस्य डॉ. दिलीप धींग ने बताया कि पिछले माह राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर में आयोजित पुरस्कार समारोह में अलंकार व्यक्तिशः भाग नहीं ले सके थे, अतः उन्हें अब सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि ये पुरस्कार दो श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। राजस्थानी भाषा में सृजन के लिए 2005 से कन्हैयालाल धींग पुरस्कार और नवसृजन हेतु 2017 से उमरावदेवी धींग पुरस्कार। अलंकार को युवा श्रेणी में नवसृजन के लिए नवाजा गया।
अनुभूति की पूर्व महासचिव शोभा चोरड़िया ने सरस्वती वंदना की। सचिव शकुंतला करनानी ने संचालन किया। समारोह में सुगालचंद जैन, सुभाषचंद रांका, एमजी बोहरा, मोहनलाल बजाज, अशोक खतंग, विजय गोयल, डॉ. मंजु रुस्तगी, देवराज आच्छा, सीए अनिल खीचा, पमिता खीचा, संतोष बिसानी, प्रहलाद श्रीमाली एवं बड़ी संख्या में समाजसेवी, साहित्यकार और साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।
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