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जीवन की स्पर्धा में क्षमा सबको विजेता बनाती है : डॉ. दिलीप धींग


चेन्नई। श्री चंद्रप्रभु जैन महाविद्यालय, मिंजुर (चेन्नई) में 28 सितंबर को क्षमा दिवस के उपलक्ष्य में अंतरमहाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता हुई। ‘जैन दर्शन में क्षमा और सामाजिक सौहार्द’ विषय पर भगवान महावीर सभागार में आयोजित इस स्पर्धा में श्री चंद्रप्रभु जैन कॉलेज के अतिरिक्त मरुधर केसरी जैन कॉलेज (वानियमबाड़ी), अगरचंद मानमल जैन कॉलेज, शसुन जैन कॉलेज, गुरु श्री शांतिविजय कॉलेज, धनराज बैद जैन कॉलेज, आरबी गोठी जैन कॉलेज और मिश्रीमल नवाजी मुणोत जैन कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया। हिंदी, तमिल और अंग्रेजी में हुई प्रतियोगिता में तीनों ही भाषाओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्र छात्राओं को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिये गये। प्रत्येक प्रतिभागी को भी पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अंतरराष्ट्रीय प्राकृत केन्द्र के पूर्व निदेशक साहित्यकार डॉ. दिलीप धींग ने कहा कि संपूर्ण तमिलनाडु में तीर्थंकर के नाम का एकमात्र कॉलेज श्री चंद्रप्रभु जैन महाविद्यालय है, जो जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर को समर्पित है। उन्होंने कहा कि जैन संत इलंगो अडिगल द्वारा रचित तमिल के प्रथम महाकाव्य सिलप्पदिकारम् की नायिका कण्णगी ने अपने पति कोवलन को क्षमा कर दिया, इसलिए वह जनपूज्य हो गईं। परिवार और समाज को बचाने के लिए क्षमा एक निरापद उपाय है। युद्ध और आतंक से जूझती दुनिया के लिए क्षमा एक स्थायी समाधान है। विजेता विद्यार्थियों को बधाई देते हुए डॉ. धींग ने कहा कि जीवन में क्षमाभाव रखकर व्यक्ति हर क्षेत्र में विजेता बन सकता है। इस अवसर पर डॉ. धींग ने कॉलेज पुस्तकालय के लिए अभुषा फाउंडेशन से प्रकाशित अपना साहित्य प्रभारी प्राचार्य डॉ. एन. सुजाता को भेंट किया।

अध्यक्ष नेमीचंद कटारिया ने स्वागत भाषण में क्षमा जैसे उच्च नैतिक मूल्य अपनाने की प्रेरणा दी। सचिव ललित कुमार ओ. जैन ने बताया कि श्री चंद्रप्रभु कॉलेज में अनेक वर्षों से पर्युषण पर्व के पश्चात क्षमा विषय पर यह संदेशपरक आयोजन किया जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल एच. संघवी ने मुख्य अतिथि डॉ. धींग के उद्बोधन की प्रशंसा की। प्रारंभ में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष एम. विजयलक्ष्मी ने डॉ. धींग का परिचय दिया। अंत में तमिल विभागाध्यक्ष प्रभु ने धन्यवाद दिया। सहायक प्रोफेसर आर. विजयलक्ष्मी ने कार्यक्रम का संचालन किया। समारोह में उपाध्यक्ष शांतिलाल एस. जैन, हितेंद्र मुणोत, विमल सकलेचा सहित महाविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और समाजजन उपस्थित थे।

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