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जैन साहित्य संगम कर्नाटक का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न


मैसूर। जैन कवि-साहित्यकारों की प्रतिनिधि संस्था जैन साहित्य संगम-कर्नाटक का शपथ ग्रहण समारोह, कवि सम्मेलन आइडियल जावा रोटरी स्कूल के सभागार में विशिष्ट अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।समारोह में अतिथि के रूप में अंतर्राष्ट्रीय जैन साहित्य संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन 'हर्षदर्शी', संरक्षक कैलाश जैन 'तरल', महामंत्री श्री मनोज मनोकामना, मध्यप्रदेश-अध्यक्ष दिनेश जैन, सहमंत्री अमित मरड़िया उपस्थित रहे। 

समारोह का मंगल शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके हुआ । कवि कैलाश जैन 'तरल' ने अरिहंत वन्दना गीत सस्वर सुनाया तो उपस्थित श्रोता उनके स्वर में स्वर मिलाकर अरिहंत वंदना करने लगे।

संस्था के महामंत्री श्री मनोज मनोकामना ने स्वागत उद्बोधन देते हुए संस्था के विकास व विस्तार की जानकारी दी । आपने बताया कि देश भर में संचालित इकाईयों के शपथ-ग्रहण समारोह आयोजित किये जा रहे हैं।

जैन साहित्य संगम-तमिलनाडु इकाई का अध्यक्ष पदाभिषेक करते राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन 'हर्षदर्शी' ने डाॅ. प्रकाश दक के नाम की घोषणा कि तो हभी ने हर्ष व्यक्त करते हुए तालियाँ बजाकर अभिनंदन किया। अध्यक्ष डाॅ. प्रकाश दक ने कर्नाटक कार्यकारिणी में सुरेश मांडोत- उपाध्यक्ष, गौतमचंद सालेचा-सचिव, सुशील नंदावत-कोषाध्यक्ष, रमेश श्रीश्रीमाल-सह सचिव, अशोक सालेचा- संरक्षक, कन्हैयालाल देरासरिया, प्रवीण लुंकड़, कुशल पालरेचा, संपत बागमार, प्रकाश चौहान, ममता-वसंत जैन की निदेशक के रूप में तथा मैसूर इकाई अध्यक्ष विमल पितलिया के नाम की घोषणा की।

नूतन कार्यकारिणी को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीप जैन 'हर्षदर्शी' व नूतन अध्यक्ष दक ने संयुक्त रूप से संस्था के प्रति निष्ठा रखते हुए कार्य करने की शपथ दिलवाई।राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा माला, नवकार उपरणा व प्रतीचिह्न प्रदान कर अभिनंदन किया गया।

नूतन अध्यक्ष डाॅ. प्रकाश दक ने अध्यक्ष पदाभिषेक के लिए केन्द्रीय नेतृत्व का धन्यवाद देते हुए कहा आज हमें विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने यहाँ पधार कर शुभाशीर्वाद दिया है, उससे मैं भावविभोर हूँ। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि जैन साहित्य संगम कर्नाटक इकाई समय-समय पर विभिन्न आयोजन कर साहित्य की सेवा में अपना योगदान देगी।

जैन साहित्य संगम की विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन 'हर्षदर्शी' ने कहा देश-विदेश में संस्था के निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर है । आपने बताया कि वर्तमान में देश के 10 राज्यों में संस्था की इकाईयाँ संचालित है एवं विदेश में भी इसके सदस्य बनाए जा रहे हैं।

नवकार महिमा कवित्त से अपने काव्य-यात्रा की शुरुआत करते हुए कवि हर्षदर्शी ने हास्य कविताएँ सुनाकर खूब ठहाके लगवाए। कवि मनोज मनोकामना ने गुरु महिमा पर गीत सुनाया तो श्रोता भक्तिरस में डूब उनके स्वर में गीत गुनगुनाने लगे । कवि मनोकामना ने एक से बढ़कर गीत सुनाकर सभी का दिल जीत लिया।कवि श्री दिनेश जैन ने दो-दो पंक्तियों की सटीक काव्यमयी टिप्पणियाँ सुनाते हुए मनोरंजन किया। कवि अमित मरड़िया ने जीवन से जुड़ी पारिवारिक विसंगतियों को उजागर करते हुए काव्यपाठ किया। विमल कटारिया ने राजस्थानी गीत तथा दीपक बोहरा ने आशुकविता सुनाई तो खूब तालियाँ बजी।

प्रसिद्ध कवि-गीतकार कैलाश जैन तरल ने जब माँ पर आधारित गीत सुनाया तो श्रोता भाव विभोर हो उठे और खड़े होकर काफी देर तक तालियाँ बजाई । कवि तरल के गीतों की गंगा देर रात बहती रही । कवि सम्मेलन का काव्यमयी संचालन जगदीप जैन 'हर्षदर्शी' ने किया।

जैन साहित्य संगम की अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. श्रीमती मंजू-मंगलप्रभात लोढ़ा ने विदेश से विडियो संदेश भेजकर कर्नाटक कार्यकारणी को हृदय से बधाई देते हुए मुम्बई में लोढ़ा फाउंडेशन द्वारा 20-21-22 सितम्बर को आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन-2024 में पधारने का आह्वान किया।

समारोह में सर्वश्री कांतिलाल- जीतो अध्यक्ष, मोहनलाल कोठारी-स्थानकवासी अध्यक्ष, प्रकाश दक- तेरापंथ सभाध्यक्ष, कन्हैयालाल देरासरिया, शांतिलाल नवलखा, शांतिलाल कटारिया - भूतपूर्व सभाध्यक्ष, भेरूलाल कोठारी- मंत्री अंबेश समिति-मैसूर, सुभाष दरडा- मंत्री स्थानकवासी अमृत राठौर- सुविधिनाथ जैन संघ, हिम्मत मांडोत- टीपीएफ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, रूप कुंभट जैन एवं सुरेश मांडोत - जैन युवा संगठन पूर्वाध्यक्ष-बेंगलूरू, पद्मा वसंत- महावीर सेवा समिति की भी उपस्थित रहे।

शपथ ग्रहण समारोह का बेहतरीन संचालन अशोक सालेचा ने किया। आभार राष्ट्रीय सहमंत्री अमित मरडिया ने व्यक्त करते हुए संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। आपने सभी से मुम्बई में आयोजित अधिवेशन में पधारने का आह्वान किया।

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