महावीर आराध्य तुम ही
तुम ही जग कल्याणी हो
जीवों के दुःख हरता तुम ही
तुम ही सम्मति नामी हो
जनम मरण दुःख दूर भगाया
सत्य अहिंसा मार्ग बताया
अनेकांत व्रत तुमने साधा
एक सूत्र में जग को बांधा
जग बंधु जिनेश्वर तुम ही
हम सबके परमेश्वर तुम ही
कर कल्याण जगत का
तुमने पाया पद निर्वाणी हो
महावीर आराध्य तुम ही
तुम ही जग कल्याणी हो
तेरा नाम मंत्र जपने से
मिले आत्म आराम हमें
कर्म विजेता तुम ही
तुम ही आत्म स्वामी हो
कर दो मुक्त हमें तुम जग से
तुम ही शिवपुर धामी हो
महावीर आराध्य तुम ही
तुम ही जग कल्याणी हो
जीवों के दुःख हरता तुम ही
तुम ही सम्मति नामी हो।
-योगेन्द्र कुमार बैनाड़ा, उज्जैन
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