नए साल का हो रहा है आगमन ।
बीते साल का हो रहा है गमन ॥
नई सौगात लेकर आए यह नुतन वर्ष ।
बच्चों से बुजुर्ग में छाए हर्ष ॥
ना हो किसी का भी संकट से सामना ।
सब हो स्वस्थ व प्रसन्न यही है कामना ॥
गत वर्ष की कमियों को अब पुरा करना है ।
न रह जाए कोई कमी इस वर्ष यह जतन करना है ॥
कोरोना, डेंगु, ओमिक्रोन को हराना है ।
अपनी सुरक्षा है अपने हाथों में सबकों समझाना है ॥
नए साल का कुछ एसा हो अंदाज ।
सबके लिए हो कुछ न कुछ खास ॥
हर मुश्किल राह आसान हो जाए ।
सभी को अपनी मंजिल मिल जाए ॥
दुखी रहे न कोई जग में, सुखी सारा संसार हो।
रोग, शोक,दारिद्र भागे, नववर्ष में हर घर में मंगलाचार हो ॥
-डॉ. खुशबू बाफना, उज्जैन
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