छोटी सी मैया (कविता)
माता रानी के चरण पड़े हैं
आज घर द्वार सब मेरे सजे हैं,
आयी सिंह पर सवार मेरी मैया
करती फूलों से श्रृंगार मेरी मैया
छोटी सी कन्या के रूप में आई
नवरात्रों की सबको ही बधाई ।।
घर आंगन में गूंज रही शहनाई
चलने लगी ठंडी ठंडी सी पुरवाई
शरद ऋतु मनमोहक लगने लगी हैं
जब मैया रानी कृपा बरसाने लगी हैं,
सारे भक्तों की सुनती पुकार मां
करती सब भक्तों जनों का उद्धार मां।।
मैंने फूलों की हैं चौकी सजाई
मैया जी की घर घर गा रहे बधाई
खुशियां ही खुशियां संग है लाई
छोटे सी मैया का रूप धर मां आई।।
-आशी प्रतिभा, ग्वालियर
0 टिप्पणियाँ