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श्री अशोक कुमार नाहटा की पुण्यतिथि पर विशेष डाक आवरण तथा स्मारिका का विमोचन

नई दिल्ली। श्री अशोक कुमार नाहटा की पुण्यतिथि की 40वीं वर्षगांठ पर भारतीय डाक विभाग द्वारा विशेष आवरण मय विरूपण जारी किया गया। इस अवसर पर श्री अशोक कुमार नाहटा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्री अशोक कुमार नाहटा स्मृति स्मारिका ‘अविस्मरणीय’ का विमोचन पूर्व केन्द्रीय मंत्रा डॉ सत्यनारायण जटिया के कर कमलों से हुआ। गणमान्य जनों की उपस्थिति में न्यास के अध्यक्ष, श्री ललित कुमार नाहटा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अशोक कुमार नाहटा के स्वल्प जीवनकाल में उनकी कीर्तिमानकारी उपलब्ध्यिं तथा उनकी उदारवृत्ति का भावपूर्ण उल्लेख किया। रिश्ते कभी समाप्त नहीं होते, बातों से छूटते हैं तो आँखों में रह जाते हैं व आँखों से छूटे तो यादों में रह जाते हैं। 
इस अवसर पर श्री सुखराजजी सेठिया ने श्री अशोक कुमार नाहटा से अपने निकट संबंधें का उल्लेख करते हुए कहा कि आज 40 वर्ष बाद भी सहसा विश्वास नहीं होता कि उन जैसे हंसमुख, मिलनसार व्यक्ति अब हमारे बीच नहीं हैं। श्री किशोरजी कोचर ने भी उनके प्रति अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। 
डॉ सत्यनारायण जटिया ने कहा कि जीवन का महत्व उसके काल से नहीं, अपितु उसे किस तरह सोद्देश्यपूर्ण ढंग से जीया, इससे होता है। अशोक कुमार नाहटा की आयु भले 23 वर्ष की रही हो, परन्तु उनकी उपलब्ध्यिं, परोपकारिता तथा व्यावसायिक चातुर्य एवं दूरदर्शिता के कारण आज 40 वर्ष बीत जाने के उपरान्त भी लोगों की स्मृति में ज़िन्दा हैं। इसलिये उनकी स्मृति को श्रद्धा पूर्वक नमन करता हूँ तथा इससे हम सभी को जीवन पूर्णता से एवं सोद्देश्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। 
इस प्रसंग पर भगवान महावीर रिलीफ फाउंडेशन के डायलिसिस सेन्टर में श्री अशोक नाहटा की पुण्य स्मृति में प्रत्येक 22 दिसम्बर को होने वाली डायलिसिस में स्थाई योगदान हेतु श्री हरखचन्दजी, रफक्खमणिदेवी नाहटा परिवार द्वारा योगदान प्रदान किया गया। कार्यक्रम को व्यवस्थित करने में श्री प्रवीण चौधरी की विशेष भूमिका रही।

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