✍️अंकुर सहाय 'अंकुर'
क्या हुआ क्या हुआ क्या करें क्या करें
पूछते हैं सभी क्या करें क्या करें ।।
आप ही आप हैं प्यार के खेल में
प्यास ऐसी बढ़ी क्या करें क्या करें ।।
है कठिन ये डगर एक लम्बा सफ़र
छा गई तीरगी क्या करें क्या करें ।।
देखते ही रहे वक्त के हाथ में
क़ैद है ज़िन्दगी क्या करें क्या करें ।।
ग़म छुपाते रहे गुनगुनाते रहे
आपकी शाइरी क्या करें क्या करें ।।
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