✍️ प्रीति शर्मा 'असीम'
स्वतन्त्रता के मायनों का मूल्य चुकाना है।
आज हमें वेद आधारित देश बनाना है।
गुलाम हुई हर सोच को,
अंधविश्वासों की कारागार से बाहर लाना है|
स्वतंत्रता के ,
मायनों का मूल्य चुकाना है।
राम-कृष्ण के ,
आदर्शों का गुणगान भी गाना है।
बाबर से अंग्रेजों तक के,
इतिहास से एक सबक जगाना है।
फिर न होंगे गुलाम,
भारत माँ को विश्वास दिलाना है।
बाल, लाल, पाल ,
भगत सिंह की,
शहादत को अमर बनाना है।
सुभाष चंद्र बोस के ,
आजाद हिंद को हिंदुस्तान बनाना है।
शिवाजी, प्रताप
गुरु गोविंद का मानवीय धर्म बचाना है।
तुम आर्यो की संतान हो,
उच्च आदर्शों को पाना है ।
मानवता को विकास की राह तक ले जाना है।
मानवीय दृष्टिकोण से ,
विश्व कीर्तिमान बनाना है |
स्वतंत्रता के मायनों का मूल्य चुकाना है | |
*नालागढ़ हिमाचल प्रदेश
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