Subscribe Us

श्री राम के काज में हाथ बटाईये



✍️अ कीर्ति वर्द्धन


श्री राम के काज में हाथ बटाईये,
सेतु बन्धन हो रहा पत्थर लगाईये।
माना नहीं सामर्थ्य पत्थर उठाने की,
गिलहरी की भांति धूल कण सजाईये।

निज घर को आज दीपों से सजाओ,
एक दीप गली में श्री राम का जलाओ।
रहने न पाये अंधेरा राम राज्य में कहीं,
घर घर में संस्कारों का दीप जलाओ।

आओ आज मिल कर रंगोली बनायें,
दीपमालिका से घर नगर को सजायें।
राम मंदिर निर्माण की शुभ घड़ी आयी,
सनातन की ध्वजा पुनः विश्व में फहरायें।

*मुजफ्फरनगर 


 


अपने विचार/रचना आप भी हमें मेल कर सकते है- shabdpravah.ujjain@gmail.com पर।


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.com


यूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ