Subscribe Us

देखो ये मौसम कैसे बदल रहा है



✍️प्रशान्त शर्मा

देखो ये मौसम कैसे बदल रहा है

अंगुली थामे परवरदिगार चल रहा है 

 

अरसों बाद फिर से लौटा है फागुन

कौन है जो चेहरों पर लहू मल रहा है

 

जाओ चरागों को जगा दो कोई

अंधेरों का राज चल रहा है

 

आग से आग बुझा रहे थे वो

देखो आज चमन जल रहा है 

 

क्या कभी ऐसा हुआ था यहां

जो ये सब आज चल रहा है

 

बड़ी शान से निकला था जो सूरज

देखो भरी दोपहर में ढल रहा है

 

गुमां था की मसीहा है हमसफ़र मेरा 

क्या खबर की साथ वेवफा चल रहा है 

 

*चौरई , छिंदवाड़ा ,(म प्र)

 


अपने विचार/रचना आप भी हमें मेल कर सकते है- shabdpravah.ujjain@gmail.com पर।


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.com


यूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ