Subscribe Us

विकलांग चेतना परिषद का दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार सम्पन्न



अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद बिलासपुर (छत्तीसगढ़)द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार 26और27जुलाई को सम्पन्न हुआ । विशुद्ध मानवतावादी सोच को वैश्विक स्वरूप प्रदान करने हेतु विकलांग -विमर्श दशा और दिशा पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद द्वारा किया गया। यह वेबिनार अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के संस्थापक, विकलांग-विमर्श के पुरोधा स्वर्गीय डॉ. द्वारिका प्रसाद अग्रवाल को समर्पित किया गया । जिसमें देश विदेश के ख्यातिलब्ध साहित्यकारों, समीक्षकों एवं आलोचकों ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया । कार्यक्रम का शुभारंभ चेतना परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मदन मोहन अग्रवाल ने आस्था गीत का साथ किया तत्पश्चात् डॉ अनिता सिंह की कृति 'मंजिलें और भी हैं 'का विमोचन अतिथियों द्वारा ऑनलाइन किया गया । अध्यक्षीय उद्बोधन शोध पीठ के निदेशक एवं कार्यक्रम के मार्गदर्शक डॉ. विनय कुमार पाठक (पूर्व छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष)ने दिया । मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अलका धनपत (माॅरीशस ) ,डॉ. सुधांशु कुमार शुक्ला (पोलैंड) , मुख्य वक्ता डॉ. श्यामसुंदर दुबे(सागर), पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी(उत्तरांचल), विशेष वक्ता डॉ. सुरेश माहेश्वरी (महाराष्ट्र), डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा (उज्जैन) , रामगोपाल सिंह जादौन (अहमदाबाद) ,श्री वीरेंद्र पांडे (छत्तीसगढ़ ), विजय कुमार वेदालंकार( हरियाणा) ने विकलांग -विमर्श की दशा और दिशा पर विचारों का बीज वपन कर कार्यक्रम को सफल बनाया ।कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. चंद्रशेखर सिंह( मुंगेली )एवं डॉ अनिता सिंह (बिलासपुर )ने किया आभार प्रदर्शन चेतना परिषद के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र श्रीवास्तव एवं दीपिका दुबे (सहायक भू अभिलेख अधीक्षक ,बिलासपुर) ने किया ।तकनीकी सहायक श्री श्यामलाल मौर्य के कुशल तकनीकी संचालन से कार्यक्रम पूर्णतः सफल हुआ ।


अपने विचार/रचना आप भी हमें मेल कर सकते है- shabdpravah.ujjain@gmail.com पर।


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.com


यूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ