अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद एवं शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में 21 जून को विकलांग- विमर्श की प्रासंगिकता पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया । अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के विकलांग- विमर्श के राष्ट्रीय शोध पीठ के निदेशक डॉ. विनय कुमार पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद विगत कई दशकों से निरंतर विकलांग- विमर्श पर अनेक संगोष्ठियों का राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन कर चुका है तथा वर्तमान में कोविड-19 से रोकथाम की दिशा में लॉकडाउन के चलते इस वेब सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद ने राष्ट्रीय स्तर पर शोध पीठ की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया है तथा इस संस्था द्वारा साहित्य का प्रकाशन भी किया जा रहा है इस वेब सेमिनार में देश के जाने-माने प्रसिद्ध वक्ताओं ने अपने विचार रखे । प्रमुख वक्ता के रूप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. चम्पा सिंह, सेंट जेवियर्स हाई स्कूल बिलासपुर से व्याख्याता डॉ. अनिता सिंह , प्रताप महाविद्यालय अमलनेर महाराष्ट्र से सेवानिवृत्त प्रोफेसर सुरेश माहेश्वरी, अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के महामंत्री मदन मोहन अग्रवाल, राजस्थान विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र सिंह, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्राचार्य बी. एस . चावला एवं एम.एल.अग्रवाल हेड ऑफ डिपार्टमेंट सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर ने विकलांग- विमर्श की प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे । दीपी सिंह ने कुशल मंच संचालन एवं डॉ . अनिता अग्रवाल ने आभार प्रदर्शन किया ।
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