*भावना गौड़
ढूंढ रही हूं
मुस्कुराहट कैसे आती है
मुझे तो मुस्कुराना आया नहीं
बस तलाश करती हूं
खुशी क्या है
मुस्कुराहट
मेरे चेहरे पर कब आना है
ये सोचती तो अक्सर कब होगी
मेरे जीवन में जरूर आएगी
उसको बस अब आना
बहुत जल्दी
जीवन में
दस्तक तो आ गयी
बस मुस्कुराहट आना बाकी है
मिल जाए उनसे बस
यही तो होना
बाकी है
खुश हूं मैं
मुस्कुराहट तो मिल ही गई
बस अब तो शहनाई बजना
बाकी है यारों खुश होना
अब तुम भी मेरी
खुशी में !!
*ग्रेटर नोएडा(उत्तर प्रदेश)
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