Subscribe Us

इस घड़ी ने ...घड़े की






*प्रीति शर्मा 'असीम'

 

इस घड़ी ने घड़े की,

कीमत बता दी।

 

जो लोग...

मिट्टी से टूट चुके थे। 

मिट्टी ने , 

आज अपनी ,

उनको अहमियत बता दी।

 

इस घड़ी ने, 

घड़े की कीमत बता दी।

 

युगों- युगों से यह बताते रहे। 

साथ मिट्टी के जीवन गीत गाते रहे।

 

इस घड़ी ने,

घड़े की कीमत बता दी।

 

जो लोग भूल चुके थे।

आधुनिकता की दौड़ में ,

घड़ा याद आता था।

अंतिम समय के मोड पे।

 

आज वही घड़ा याद आ रहा है। 

जीवन घड़ी के ,

इस छोर से उस छोर में।

*नालागढ़ हिमाचल प्रदेश

 


साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.comयूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 




 

 



 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ