*सुनील कुमार माथुर
आओ आओ बसंत
तुम्हारा स्वागत है
तुम्हारे आगमन पर
घर आगन में पुष्प खिले है
बच्चों में उत्साह उमडा है
आज मां सरस्वती का पूजन है
शिक्षा के पावन मंदिरों में
आज सर्वत्र उल्लास हैं
मां सरस्वती का पूजन कर
विधार्थी वर्ग
उच्च व आदर्श संस्कारों से युक्त
शिक्षा पाने को लालायित होते हैं
शिक्षक समुदाय
मां सरस्वती के आगे
संकल्प लेते है कि
हे सरस्वती माता
बच्चों को शिक्षा के प्रति
रूझान देना ताकि
वे शिक्षा प्राप्त कर
परिवार , समाज व राष्ट्र का
मान सम्मान बढाये और
शिक्षा के पावन मंदिर का
गौरव बढाये ताकि
शिक्षक समुदाय जो
भावी पीढी का
शिल्पकार कहलाता है
वह गर्व कर सके
अपने आदर्श विधार्थीयो पर
जिनके जीवन पर
शिक्षक समुदाय
अपने को गौरवान्वित
महसूस कर सकें
शिक्षा के पावन मंदिर में
मां सरस्वती का पूजन
विधा का पूजन है
जिस राष्ट्र में
मां सरस्वती का पूजन होता है
वह राष्ट्र साधन सम्पन्न
राष्ट्र कहलाता है
मां सरस्वती का पूजन
विधा का पूजन है
अतः
आओ बसंत पंचमी आओ
तुम्हारा स्वागत है
*सुनील कुमार माथुर
33 वर्धमान नगर शोभावतो की ढाणी खेमे का कुआ पालरोड जोधपुर राजस्थान
साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/ रचनाएँ/ समाचार अब नये वेब पोर्टल शाश्वत सृजन पर देखे- http://shashwatsrijan.com
0 टिप्पणियाँ