Subscribe Us

 शुभ दीपावली (कविता)









*धर्मेन्द्र बंम*

रोशनी   का  त्योहार है दिवाली 

रामायण का संस्कार है दिवाली 

महावीर का निर्वाण दिवस  यह

क्षमा मिलन का सार है दिवाली

 

धर्म  की  अधर्म  पर विजय है दिवाली 

सत्य की असत्य पर विजय है दिवाली 

हर्ष  और  उल्लास  का   पर्व  है   यह

पुण्य  की  पाप पर विजय  है दिवाली 

 

आओ   मिलकर   आश्वस्त करें 

प्रदूषण   को   हम    दुरस्त  करें

आतिशबाजी का संयम रखकर

पर्यावरण  को  हम   स्वस्थ करें 

 

*धर्मेन्द्र बंम , नागदा ,मो.9424845093













शब्द प्रवाह में प्रकाशित आलेख/रचना/समाचार पर आपकी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया का स्वागत है-


अपने विचार भेजने के लिए मेल करे- shabdpravah.ujjain@gmail.com


या whatsapp करे 09406649733



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ