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बेटियां (कविता)






*रूपेश कुमार*


पृथ्वी की परिकल्पना होती है बेटियां ,


आकाश की सितारा होती है बेटियां ,


देवी की रूप होती है बेटियां ,


जीवन की रोशनी होती है बेटियां ,


 


विश्व की सृजन करती है बेटियां ,


मां- पापा के जीवन की जान होती है बेटियां ,


मां की लोरी होती है बेटियां ,


पिता की बेटा होती है बेटियां ,


 


भाई की रक्षा करती है बेटियां ,


मां की दुखों को हरती है बेटियां ,


पिता की आंशू पोछती है बेटियां ,


परिवार की शान होती है बेटियां ,


 


बेटी बिन जीवन अधूरा ,


खाली - खाली सुना सुना ,


बेटी सबकी दर्द को हरती ,


सबकी दुखों को सहती है ,


 


भारत की मान है बेटियां ,


जीवन की अभिमान है बेटियां ,


बेटों से सहनशील होती है बेटियां ,


बेटों से गम्भीर होती हैं बेटियां ,


 


जीवन की नदियों की धार है बेटियां ,


समुन्द्र की मतझार है बेटियां ,


भाई की कलाई की लाज है बेटियां ,


भाई बहन के बीच की दिल की धड़कन है बेटियां ,


 


जीवन की विश्वास है बेटियां ,


जीवन की अमूल्य धरोहर जान है बेटियां ,


बदलते दुनिया की स्वपन है बेटियां ,


मानव जीवन की अमूल्य योगदान है बेटियां ,


 


बेटियों को मजबूरी ना समझो ,


सबसे मूल्यवान है बेटियां ,


संसार की पालना है बेटियां ,


शिक्षा की गुणवत्ता है बेटियां ,


 


सबको मिलकर बेटियों को बचाना है ,


यही नारा लगाना है ,


बेटी को पढ़ाना है ,


पृथ्वी का अस्तित्व बचाना है !


*रूपेश कुमार,चैनपुर,सीवान बिहार,मो.-9934963293








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