कार्यक्रम को संबोधित करते हुये श्री सिन्हा ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। आज हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा टीकाकरण का शुभारम्भ किया जा रहा है और उत्तर प्रदेश डाक परिमण्डल इस अवसर को और भी खास बनाने के लिये टीकाकरण पर एक “विशेष आवरण एवं विशेष विरुपण” का विमोचन कर रहा है। डाक टिकट के माध्यम से हम ऐतिहासिक महत्व की घटनायें, व्यक्तित्व और इमारतें आदि को संकलित कर हमेशा के लिये अपने इतिहास में दर्ज कर सकते हैं। श्री सिन्हा ने आगे कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब पूरी व्यवस्था थम गयी थी तब डाक विभाग ने सामने आकर एक कोरोना योद्धा की भाँति जीवन रक्षक दवायें, पी.पी.ई. किट आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का कार्य किया है। यही नही जब बैंक आदि संस्थान थम गये तब घर-घर जाकर डाकिये ने Aadhar Enabled Payment System के माध्यम से लोगों को नकदी उपलब्ध करायी।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुये कार्यक्रम में मौजूद लखनऊ मुख्यालय के निदेशक श्री शहनवाज अख्तर ने कहा कि डाक टिकट इतिहास का एक अच्छा स्त्रोत होते हैं और हमारी आने वाली पीढ़ियां इन डाक टिकटों में दर्ज ऐतिहासित महत्व के विभिन्न घटकों के विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। डाक विभाग समय समय पर डाक टिकट जारी करता है। डाक टिकट का संग्रह करना सभी रुचियों में क्षेष्ठ है और यह संस्कृति के विस्तार का सृजनात्मक व बेहद रोचक माध्यम है। बच्चे और युवा डाक टिकटों के इस अद्भुत संसार से जुड़ कर अपनी कल्पनाशीलता और ज्ञान का विस्तार कर सकते हैं।
अंत में कार्यक्रम के आयोजक चीफ पोस्टमास्टर लखनऊ जीपीओ श्री आर.एन.यादव ने सभी उपस्थित शीर्षस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया तथा बताया कि लखनऊ जीपीओ में इस विशेष कवर की बिक्री हेतु सभी समुचित प्रबन्ध कर दिये गये हैं और इसका मूल्य रु0 20/- रखा गया है और यह जनता व फिलेटलिस्ट के लिये लखनऊ जीपीओ में स्थित फिलेटलिक ब्यूरो में उपलब्ध है।
मौके पर श्री आलोक कुमार ओझा प्रवर अधीक्षक डाकघर, लखनऊ मण्डल, लखनऊ, श्री अशोक कुमार, अध्यक्ष लखनऊ फिलेटलिक सोसायटी, श्री ए.पी.अस्थाना, श्री एस.आर.गुप्ता, श्री ब्रजेश कुमार शर्मा, श्री शरदेन्दु शेखर श्रीवास्तव, श्री अखण्ड प्रताप सिंह एवं डाक विभाग के तमाम अधिकारी व कर्मचारीगण मौजूद रहे।
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