Subscribe Us

चाँदनी रात



*अतुल पाठक


चाँदनी रात हो चाँद का साथ हो

दिल की धड़कन में बस इक तेरा नाम हो

 

मुझे इंतिज़ार है तेरा बस इक मुलाकात हो

तेरे दीदार की वो इक रात हो

 

चाँदनी रात ने एहसास ये दिलाया है

इश्क़ की रंगीनियों ने अतुल को सागर बनाया है

 

मुझसे है मिलने आई थी उदासी चाँदनी रात

अपने सीने पर संभाला उसको मैंने सारी रात

 

जनपद हाथरस(उ.प्र.)

 

अपने विचार/रचना आप भी हमें मेल कर सकते है- shabdpravah.ujjain@gmail.com पर।

साहित्य, कला, संस्कृति और समाज से जुड़ी लेख/रचनाएँ/समाचार अब नये वेब पोर्टल  शाश्वत सृजन पर देखेhttp://shashwatsrijan.com


यूटूयुब चैनल देखें और सब्सक्राइब करे- https://www.youtube.com/channel/UCpRyX9VM7WEY39QytlBjZiw 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ